Shiksha Se Kaamayaabee - शिक्षा से कामयाबी - subh sanskar and sanskriti
IFRAME SYNC

Friday, January 26, 2018

Shiksha Se Kaamayaabee - शिक्षा से कामयाबी


एक लड़का था वह एक किसान परिवार से था उसके पिता जी बहुत ही गरीब थे उनके पास जीवन यापन करने का एक मात्र साधन था खेती | किसान और उसकी पत्नी पूरा दिन खेती का काम करके और खेती से प्राप्त फसल को बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करता था और उसके बाद जो भी पैसे बचते थे उसी से अपने लड़के की पढ़ाई का खर्च भी उठाता था धीरे धीरे बालक बड़ा होता गया |

लड़का पढ़ाई में बहुत ही तेज था उसके माता और पिता चाहते थे उनका लड़का इस गांव से निकल कर बाहर शहर में जाकर किसी अच्छे से स्कूल में अपनी पढ़ाई को पूरा करके एक अच्छी सी नौकरी करे लेकिन उनकी सबसे बड़ी समस्या थी वह गरीब थे और उनके पास इतने पैसे नही थे कि वह अपने लड़के को शहर भेज कर उसकी पढ़ाई का खर्च उठा सके |

किसान ने काफी सोचने के बाद ये निर्णय लिया कि वह अपने खेत को बेचकर अपने लड़के की पढ़ाई को आगे बढ़ायेगा और किसान ने ऐसा ही किया उसने अपने जीवन यापन का एक मात्र सहारा जो कि उसकी खेती थी उसने उसे बेच दी और अपने लड़के को लेकर शहर गया वही शहर में उनके गांव का एक व्यक्ति रहता था जो की एक स्कूल में काम करता था |

किसान अपने लड़के को लेकर उस व्यक्ति के पास गया और वह व्यक्ति उस किसान और बच्चे को लेकर स्कूल में गया और उस बच्चे का दाखिला स्कूल में करा दिया अब किसान ये चाहता था उसका लड़का उसी व्यक्ति के साथ रहे और व्यक्ति ने किसान की बात मान ली और उस लड़के को अपने पास रख लिया अब लड़का उस व्यक्ति के साथ रहने लगा |

लड़का अपनी पढ़ाई के साथ साथ उस व्यक्ति का भी बराबर ध्यान देता और कभी भी उसे शिकायत का मौक़ा नही देता था लड़के ने अपनी पढ़ाई को पूरा किया और अच्छे नम्बरों से पास होकर एक अच्छी सी नौकरी प्राप्त की और उस लड़के ने अपने माता और पिता का सपना पूरा कर दिया और अपने गांव आकर देखा की उसके पिता और माता बहुत ही कठिन जीवन यापन कर रहे है |

उनके पास न तो कोई खेत था और वह दोनों किसी दूसरे के यहाँ काम करके अपना पेट भर रहे थे लड़के ने उनके सारे कष्ट को दूर किया और अपने माता और पिता को लेकर शहर चला गया |

दोस्तों माता और पिता हमेशा ही अपने बच्चो की शिक्षा के लिये ऐसा कदम उठाते है और स्वमं कष्ट को सहकर अपने बच्चों का सपना पूरा करते है अब बच्चों को चाहिये वो भी अपने माता और पिता की समस्यों को समझे और उनका सपना पूरा करे | 
| Home