Pahale Svayam Karen Prayaas - पहले स्वयं करें प्रयास - subh sanskar and sanskriti
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Sunday, January 28, 2018

Pahale Svayam Karen Prayaas - पहले स्वयं करें प्रयास


रामू नाम का एक व्यक्ति था जो की शिव जी का बहुत बड़ा भक्त था वह प्रतिदिन शिव भगवान के मंदिर में दर्शन को जाता और मंदिर में बैठ कर बड़े मन से भगवान का पाठ करता रामू को यह लगता की उसका पाठ सुनकर भगवान ये जान ले कि वह एक सच्चा भगवान का भक्त है और वह बहुत ही गहरा भक्ति का भाव रखता है |

रामू के पास एक गाड़ी थी जिसे वह चलाकर अपनी रोजी रोटी कमाता था | एक दिन वह अपनी गाड़ी को लेकर दूसरे गांव जा रहा था रास्ता कच्चा था और रास्ते पर पानी का जमाव था | जिससे रास्ते पर बहुत ही कीचड़ हो गया था उसे कुछ काम ही ऐसा था की वह वापस नही जा सकता था इसलिये उसने आगे बढ़ने का निश्चय किया और कुछ दूर चलने के बाद ही |

अचानक से उसकी गाड़ी कीचड़ में फस गयी रामू ने नये कपड़े पहन रख्खे थे और वह कीचड़ में उतरना नही चाह रहा था क्योंकि अगर वह कीचड़ में उतरता तो उसके नये कपड़े खराब हो जाते अब उसके दिमाक में ये बात चलने लगी कि मैं कीचड़ में भी ना उतरु और मेरी गाड़ी भी कीचड़ से बाहर निकल जाये लेकिन ऐसा कर पाना संभव नही था |

काफी देर तक सोचने के बाद रामू को एक तरकीब सूझी वह सोचने लगा मैं प्रतिदिन भगवान के दर्शन को जाता हूँ और भगवान का नियमित रूप से पाठ करता हूँ मैं तो भगवान का एक सच्चा भक्त हूँ | अगर मैं गाड़ी पर बैठकर भगवान का पाठ करूँगा तो भगवान के कान तक मेरी आवाज पहुंचेगी और भगवान जब ये देखेंगे कि उनका भक्त तो कठिनाई में फस गया है |

यह देखकर स्वयं भगवान आयेंगे और मेरी गाड़ी को कीचड़ से बाहर निकाल देंगे जिससे मेरा काम भी हो जायेगा और मुझे गाड़ी से नीचे भी उतरना नही पड़ेगा अब रामू गाड़ी में बैठकर भगवान का पाठ करना आरम्भ कर दिया काफी समय बीत गया लेकिन भगवान उसकी गाड़ी निकालने के लिये वहा पर नही आये अब उसे धीरे धीरे क्रोध होने लगा कि मैं भगवान का सच्चा भक्त हूँ |

लेकिन भगवान मेरी मदद करने नही आ रहे है अब रामू से रहा नही जा रहा था और उसने भगवान को उल्टा पुल्टा कहना शुरू कर दिया रास्ते में एक व्यक्ति काफी देर से रामू को देख रहा था जब उस व्यक्ति से रहा नही गया तो उसने कहा मूर्ख भगवान तो इस धरती को बचाने के लिये कई बार किसी न किसी के अवतार में इस धरती पर आये है |

तुम भगवान के भक्त होकर अपनी गाड़ी को कीचड़ से निकालने के लिये धक्का भी नही दे पा रहे हो और चाहते हो भगवान आकर तुम्हारी गाड़ी को बाहर निकाले तुझे तो स्वयं प्रयास करके अपनी गाड़ी को बाहर निकालना चाहिये अब रामू को अपनी गलती का एहसास हुआ और अपनी मूर्खता के लिये भगवान से क्षमा मांगी और गाड़ी को धक्का देकर कीचड़ से बाहर निकाल दिया | 
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