Bachchon Kee Shiksha - बच्चों की शिक्षा - subh sanskar and sanskriti
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Thursday, February 1, 2018

Bachchon Kee Shiksha - बच्चों की शिक्षा


दोस्तों शिक्षा बहुत ही जरूरी विषय है लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है बच्चों को शिक्षा कैसे देनी चाहिए जैसा की आज शिक्षा का स्तर पहले से बहुत ही ज्यादा बेहतर हुआ है लोगों की जागरूकता शिक्षा के प्रति बढ़ रही है जो की बहुत ही अच्छी बात है हम अपने बच्चों को शिक्षा के लिये अच्छे से अच्छे स्कूल में भेजते है और उनकी अच्छी शिक्षा के लिये बहुत ही ज्यादा खर्चे भी उठाते है |

क्योंकि हर कोई चाहता है कि उनके बच्चों को शिक्षा का अच्छा माहौल मिले जिससे बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाया जा सके लेकिन इसके बाद भी हमारा कर्तव्य है हम अपने बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करते रहे घर में बराबर उनके साथ शिक्षा के विषय में चर्चा करें क्योंकि मात्र स्कूल भेजने से ही बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलेगी ये जरूरी नही है | 

बच्चों की शुरुआती शिक्षा ही उनकी नीव होती है क्योंकि नीव जब मजबूत होती है तो घर भी मजबूत और टिकाऊ होता है बच्चों की कच्ची आयु गीली लकड़ी की तरह होती है | उनके साथ यदि सच्चे मन से प्रयत्न किया जाय तो वे शिक्षा के रास्ते पर परस्पर चलते रहेंगे | स्कूलों में बच्चों के पाठ्यक्रम तो पूरे हो जाते हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कमी यह रह जाती है | 

बच्चों को संस्कार के प्रति, सामाजिक व्यवस्था के प्रति जो उनका दायित्व है उनको इस सम्बन्ध के विषय में बहुत ही कम समझने और पढ़ने को मिलता है जिससे उन्हे आगे चलकर पारिवारिक तालमेल,पारस्परिक व्यवहार और शिस्टाचार जैसे अनेक विषय में ताल मेल बैठाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है यदि इनकी बारीकियों को समझाया जा सके तो बहुत ही अच्छा होगा | 


हमें बच्चों को निजी जीवन के अतिरिक्त बाहरी संसार के प्रति भी जागरूक करना चाहिये क्योंकि इससे बच्चों की जानकारी में वृद्धि होगी जैसा कि हमलोगों को पता है यह संसार अदभुत है और अगर हम बच्चों को शुरुआत में ही इस के विषय में बतायंगे तो उनको आगे चलकर इस संसार को समझने में आसानी होगी और इन सब से ही बच्चों में शिक्षा के प्रति लगाव होगा | 

इस प्रकार हम अपना अमूल्य सहयोग देकर बच्चों के अंदर अच्छी शिक्षा की भावना को जागरूक करके उन्हे सही रास्ता दिखाया जा सकता है | 
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