Ekata Mein Bal - एकता में बल - subh sanskar and sanskriti
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Monday, January 15, 2018

Ekata Mein Bal - एकता में बल


एक प्रदेश था एक बार वहा पर भयंकर सूखा पड़ा | उस प्रदेश से सभी लोग दूसरे प्रदेश को जाने लगे | उस प्रदेश में एक गांव था जहा पर एक निर्धन परिवार रहा करता था | उस परिवार में एक किसान उसकी पत्नी और उसके तीन बच्चे रहते थे लेकिन भयंकर सूखा पड़ने से किसान बहुत परेशान हो गया उसे पता था इस बार कोई फसल नही होने वाली थी | किसान ने अपनी पत्नी और तीनो बच्चो को अपने पास बुलाया और उनसे कहने लगा अब यहाँ रहने से कोई फायदा नही आवो यहाँ से किसी और प्रदेश चलते है किसान के परिवार ने अन्य प्रदेश में जाने की तैयारी की उनके पास जो भी जरूरी सामान था |

 उन लोगो ने उसे भी साथ में बांध लिया और गावं को छोड़कर वहा से निकल पड़े चलते चलते शाम हो गयी किसान ने एक पेड़ देखा और बोला ये पेड़ कितना घना है वहा पर एक छोटा सा सरोवर था जहा पर पानी भी था | किसान ने बोला आओ यहाँ पर रूककर पूरी रात विश्राम करके सुबह यहाँ से चला जायेगा | किसान ने अपने तीनो बच्चो को एक एक काम सौपा उसने पहले बच्चे से बोला जाओ ईंधन ढूढ़ कर लाओ वह ईंधन ढूढ़ने चला गया और ईंधन लेकर वापस आया अब किसान ने दूसरे बच्चे से बोला जाओ आग जलाओ दूसरे बच्चे ने आग जलाई फिर किसान ने तीसरे बच्चे से बोला जाओ पानी लेकर आओ तीसरे बच्चा जाकर पानी लेकर आया  चूल्हा जलाया      गया |

अब बच्चो का ये प्रश्न था की इसमे पकाया क्या जाये किसान ने पेड की तरफ इशारा किया और बोला जाओ पेड़ पर चढ़ जाओ और जो कुछ फल फूल मिले उन्हे तोड़ लाओ तीनो लड़के पेड़ पर चढ़ गये उसी पेड पर एक देवता रहता था उसने यह समझा यह मिल कर रहने वाला परिवार है ये मिल-जुलकर पूरा काम कर लेते है अगर इन्होने मुझे पकड़ लिया तो ये मुझसे भी काम लेंगे उसने डर कर उन्हे सोने से भरी एक पोटली दे दी और बोला मुझे मत पकड़ो | सोने से भरी पोटली पाकर वो तीनो बच्चे पेड़ से नीचे आये उन्होने अपने पिता को पोटली दे दी यह देख कर उनके माता पिता बहुत खुश हुये सुबह हुई तो उन्होने देखा बादल घिर आये और तेज बारिश होने लगी ये देखकर पूरा परिवार बहुत खुश हुआ और लौट कर अपने गांव को वापस आ गये और ख़ुशी से अपने घर में रहने लगे |

यह बात पड़ोस वालों को भी पता लगी | पड़ोसी ने भी यही तरकीब काम में लाने की सोची | और अपने परिवार के साथ उसी पेड़ के नीचे जाकर बैठ गया | उसके भी तीन बच्चे थे | उसने तीनो को एक एक काम सौंपा लेकिन वो तीनो बच्चे आपस में काम करने के लिये तैयार नही हुए और आपस में लड़ना शुरू कर दिया |

अब उनका पिता देव को पकड़ने के लिये पेड़ पर चढ़ गया |  देव ने उससे कहा तुम लोग आपस में एकता से नही रहते अगर मैने तुम लोगो को धन दे दिया तो तुम लोग आपस में ही लड़ना शुरू करोगे यही बोल कर देवता ने उनलोगों को वहा से जाने के लिये बोला और वो लोग निराश होकर वहा से वापस लौट गये | 

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